
मीडिया रिपोर्ट के अुसार, पुलिस का कहना है कि सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल सिंह और उनकी पत्नी ने कथित तौर पर अपने इकलौते 26 वर्षीय बेटे साई राम को मारने के लिए 8 लाख रुपये दिए थे। पुलिस को 19 अक्टूबर को युवक का शव बरामद हुआ था। पुलिस का कहना है कि राम शराब के लिए रुपये नहीं मिलने पर अपने माता-पिता के साथ मारपीट करता था। परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने उसे रिहैब में भी भेजा था, लेकिन इससे कोई मदद नहीं मिली।
पुलिस ने बताया कि दंपति ने रानी बाई के भाई सत्यनारायण से बेटे को मारने में मदद मांगी। इधर, सत्यनारायण ने आर रवि, डी धर्मा, पी नागराजू, डी साई और बी रामबाबू के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया।
उत्पीड़न से परेशान माता-पिता ने अपने शराबी और बेरोजगार बेटे की सुपारी दे दी। तेलंगाना पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है। फिलहाल, दंपति क्षत्रीय राम सिंह और रानी बाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके साथ ही हत्या में शामिल रहे पांच में चार कथित हत्यारे भी पुलिस की गिरफ्त में है। मामले का एक आरोपी फरार है।