
हैदराबाद :- कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला राजस्थान के भाल पर वो चमकता सितारा थे, जिन्होंने कभी सेना में रहते हुए 1962 के भारत-चीन और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बहादुरी से वतन के लिए जौहर दिखाया, तो रिटायरमेंट के बाद सदियों से पिछड़े अपने गुर्जर समाज की तरक्की के लिये सब कुछ न्यौछावर कर दिया। दो दशकों में कई बार गुर्जर आरक्षण आंदोलन के जरिये केंद्र और राज्य सरकारों की धड़कनें बढ़ाते रहे, और गुर्जर समाज को वो हक दिलाकर ही दिम दिया, जिसके लिये सदियों से गुर्जर कम्यूनिटी संघर्ष कर रही थी। अब गुर्जर आरक्षण आंदोलन के पुरोधा किरोड़ी सिंह बैंसला दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन उनके सामाजिक उत्धान और शिक्षा वाले विजन को जनमानस तक पहुंचाने के लिये समाज की नई पीढी आगे आ चुकी है। और इसी को लेकर हैदराबाद में एक सभा का आयोजन किया गया। हैदराबाद के हयातनगर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों प्रवासी राजस्थानियों ने कर्नल बैंसला के चित्र पर पुष्प अर्पित कर, दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी। इस श्रद्धांजलि सभा में कर्नल बैंसला की पुत्री और भारत सरकार में सीनियर IRS ऑफिसर सुनीता बैंसला ने कर्नल बैंसला के विजन से समाज को रूबरू करवाया। साथ ही राजस्थान में पिछड़े वर्गों के लिये चलाये जा रहे एज्यूकेशन मिशन से रूबरू करवाया। सुनीता बैंसला हर सप्ताह 2 दो दिन गरीब और पिछले वर्ग के बच्चों को अकादमिक शिक्षा और रोजगारपरक शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने के लिये प्रोग्राम चलाती हैं।
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला गुर्जर आरक्षण के हजारों लोगों के साथ कई दिनों तक ट्रेन की पटरी और सड़क पर बैठे थे। उनके आंदोलन के बाद तत्कालीन वसुंधरा राजे की सरकार ने कमेटी बनाई, जिसने गुर्जरों की हालत पर रिपोर्ट तैयार की। लंबे चले आरक्षण आंदोलन के बाद गुर्जर सहित पांच जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ पहले स्पेशल बैक वर्ड क्लास और फिर मोस्ट बैक वर्ड क्लास यानी (एमबीसी) में अलग से आरक्षण मिला। कर्नल बैंसला हर समाज के लोगों के बीच खासे लोकप्रिय थे। इसका अहसास तब हुआ। जब उनके निधन के बाद उनकी अंतिम यात्रा में भी पूरा राज्सथान ही नहीं बल्कि देशभर से लाखों की तादाद में लोग उमड़ पड़े थे। गुर्जर समाज के प्रसिद्ध सोशल एक्टिविस्ट कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को याद करने के लिये हैदराबाद आयोजित सभा में हैदराबाद के प्रसिद्ध उद्योगपति देवीदत्त कोली ने इंडियन आर्मी में कर्नल बैंसला के देश सेवाकार्यों और रिटारयरमेंट के बाद समाज सेवा के कार्यों को याद किया। गुर्जर समाज और राजस्थान की अग्रणी संस्था राजस्थान एसोसिएशन के अध्यक्ष देवीदत्त कोली ने युवाओं से उनसे प्रेरणा लेने की बात की, जिनकी बदौलत ही गुर्जर समाज की वैश्विक पहचान पहचान बन पायी है।
कर्नला बैंसला ने सार्वजनिक जीवन में आने के बाद ना केवल गुर्जर आरक्षण को लेकर अगुवाई की थी, बल्कि वो गांव गांव में जाकर महिला शिक्षा को तेजी से प्रोत्साहन देने में लगे थे। जिसको लेकर अब उनकी याद में देशभर का गुर्जर समाज एक्यूकेशन को लेकर एक मुहिम चला रहा हैं। इसको लेकर हैदराबाद में एक लंबी चौड़ी ड्राफ्टिंग भी की गई। जिसके तहत अब जयपुर में एक विशाल एक्यूकेशनल हब बनाया जाएगा। जहां गरीब और मेधावी स्टूडेंट्स ना केवल एकैडमिक बल्कि स्किल से जुड़ी शिक्षा भी पा सकेंगे।